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आम इंसान और सचिन

BHAGWAN BABU 'SHAJAR'
BHAGWAN BABU 'SHAJAR'
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आखिर सचिन ने अपने जीवन में मिली उपलब्धियों से ये साबित कर दिया है कि सरलता और ईमानदारी से कैसे पूरी दुनिया को मुट्ठी में किया जा सकता है, बस शर्त ये है कि धैर्य कायम रहे। आज सचिन ने जो मुकाम हासिल किया है, अपने छोटे से क्रिकेट जैसे खेल से, वो मुकाम और इज्जत दुनिया में शायद ही किसी नेता, अभिनेता या किसी और चेहरे को मिला हो, और आगे भी मिल पाएगा, इसकी सम्भावना भी क्षीण ही है, क्योंकि आज के इंसान में जो कमी दिखाई पड़ती है वो इन्हीं चीजो की है। आज के ग्लैमरस जगत में किसी को सरल होना पसन्द नहीं, ऐसा लोग मानते है कि ईमानदारी से कुछ मिलता नहीं, और इस भागती-दौड़ती जिन्दगी में धैर्य किसी के पास है नहीं। ऐसे ही लोगो के मुँह पर सचिन ने हल्का सा जोरदार तमाचा मारकर सीखने का समय दिया है, प्रेरणा लेने की उम्मीद जगाई है। सचिन कुछ कहते नही, करके दिखाते है। लेकिन लोगों की ये आदत है कि एक करे या न करे दस तो जरूर बताएगा।
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पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले इस शख्स के चेहरे पर जरा भी इस मुकाम को पाने का अहम नही है, कमेंटेटर के शब्दों में “हिमालय से भी उँचा शिखर है सचिन का”। लेकिन अगर कोई अपने जीवन में एक छोटी सा भी मुकाम हासिल कर लेता है तो मानो कि वो दुनिया जीत लिया हो, ये उसके चेहरे से साफ-साफ अहंकार के रूप में झलकता रहता है।
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अपने कार्य के प्रति निष्ठा और लगन देखना हो, अपने कार्य को पूजते हुए देखना हो तो सचिन रमेश तेन्दुलकर के अलावा किसी और को क्या देखना। आज अपना 200वाँ मैच खेलते हुए भी उनके चेहरे पर जरा भी न तो अहम का शिकन, न खुशी की झुर्रियाँ दिखाई दी। एक जगह तो सचिन अपने प्रशंसकों और उनके लिए दुआ करने वाले की प्रशंसा और धन्यवाद करते हुए भी दिखाई दिए। मैच देख रहे उनके करोड़ो प्रशंसक, नामी-गिरामी हस्तियाँ भी खुद पर गर्व कर रहे थे, सचिन-सचिन का नारा लगा रहे थे, और सचिन इन सबसे बेफिक्र बिना किसी मानसिक दबाव या प्रशंसको के जोश की घबराहट के, बस अपना खेल सहज भाव से खेल रहे थे। छोटे और नए क्रिकेटरों और क्रिकेट के प्रति उनका प्यार उन्हें महान बनाता है।
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मुझे याद है जब हमलोग क्रिकेट खेलते थे तो घर में डाँट पड़ती थी। लेकिन आज हर माँ-बाप चाहता है कि उसका बेटा सचिन जैसा हो। पूरे देश के माँ-बाप का विश्वास एक-साथ जीतना सिर्फ सचिन जैसे व्यक्तित्व वाला शख्स ही कर सकता है जो ईमानदारी और लगन से अपने कार्य को अंजाम तक पहुँचाता है।

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